क्या लोगो ने और सरकार ने अपनी जिम्मेदारी निभाई है???
2 ऑक्टबर 2014 को प्रधान मंत्री श्रीमान
नरेन्द्र मोदी के द्वारा शुरू किये गए "स्वच्छ भारत अभियान" को आज 2 साल पुरे हो गए। जिसका मुख्य उद्देश्य भारत के कोने-कोने को साफ और स्वच्छ बनाना है। इस अभियान को महात्मा गाँधी जी के जन्मदिवस 2 ऑक्टबर को आरंभ किया गया था। नई दिल्ली में राजपथ पर स्वच्छ भारत अभियान की औपचारिक शुरुआत करते हुए प्रधानमंत्री ने महात्मा गांधी के सपने को साकार करने की बात कही थी।
पर आज इस बात को 2 साल हो चुके और सरकार से हमारा सवाल ये है की इन 2 साल मे कितना सुधार हुआ है? क्या भारत के नागरिको ने पूरी तरह से अपना योगदान दिया है? क्या भारत सरकार गाँधी जी के इस सपने को साकार करने में कामयाब हुई?
ऐसे कुछ सवाल है जिनका जवाब सरकार को देना ही होगा ।
#1. क्या भारत में खुले में शौच की समस्या का जड़ से खात्मा हुआ?
#2. लोगो की सोच में कोई परिवर्तन हुआ?
#3. क्या लोगो के अंदर जागरुकता पैदा हुई?
#4. सार्वजनिक स्वास्थय और साफ-सफाई की जिम्मेदारियो से कितने लोग जुड़े?
#5. सरकार द्वारा 0.5% लिए जाने वाले Swachh Bharat Cess (tax) का कितना प्रतिशत उपयोग में लाया गया?
#6. अगर जनता के पैसो का सही उपयोग हो रहा है तो उस काम का नतीजा सामने क्यों नही आता?
#7. क्या स्वच्छता अभियान बस लोगो से पैसे निकलने का एक जरिया है?
#8. जो काम 2 साल में 20% भी नही हो पाया वो आगे के सालो में कितना कामयाब हो जायेगा?
#9. क्या मोदी जी की बड़ी बड़ी बातो का कोई मतलब नही बस ये एक वोट निकलने का जरिया है?
#10. सरकार के हिसाब से हर गली-मोहल्ले और सार्वजानिक जगहों पर कचरे के डिब्बे रखवाये है पर अगर आप अभी अपने घर के बाहर झाँक कर देखे तो कचरा आपको डिब्बे के होने के बावजूद भी रोड पर पड़ा मिलेगा क्या ये सही है?
#11. इस अभियान के शुरुआत के दिन आई बड़ी बड़ी हस्तिया आज नजर क्यों नही आती क्या उन्हें बस लोगो की हिस्सेदारी को बढ़ाने के लिए बुलाया था?
#12. क्या मोदी जी ने इस अभियान का नाम ले कर लोगो की आखों में धूल झोंकी है?
क्या सरकार इनसब बातो के लिए अकेले जिम्मेदार है?
क्या लोगो ने अपनी जिम्मेदारी निभाई है?