आज पुरे देश मे अफरा-तफरी मची हुई है मोदी जी द्धारा हुई घोषणा से सारा देश हिल गया है 8 नवम्बर की आधी रात से मोदी जी द्धारा 500 और 1000 के नोटों पर रोक लगा दी गई। और इसको जमा करने की आखरी तारीख 10 नवम्बर से 30 दिसम्बर तक रखी गई उसके बाद कोई भी नोट नही चलेंगे 500 और 1000 के नोटों को बस कागज का टुकड़ा मन जायेगा.....
अधिकतर
लोग ये सोच रहे है की मोदी को currency को बदलने की सलाह किसने दी। या तो ये सोच उनकी खुद की है या कोई और है इन सबके पीछे?
मोदी सरकार द्धारा उठाये जाये इस सबसे बड़े कदम के पीछे मोदी की सोच नही बल्कि ऐसे शख्स की सोच है जिसके बारे में कोई नही जानता होगा और न ही किसी ने सुना होगा। जून 2016 और शायद उससे पहले "अनिल बोकिल" नाम का शख्स मोदी जी से मिलना चाहता था मोदी जी ने उसको 9 मिनट का समय दिया अनिल बोकिल ने अपनी सोच को मोदी जी के सामने रखा मोदी को उनका सुझाव बहुत अच्छा लगा वो उनको पुरे 2 घंटे तक सुनते रहे है और उनके इस सुझाव पर गोर किया और आज नतीजा आप सबके सामने है
आखिर कौन है अनिल बोकिल?
आखिर क्या पहचान है इनकी जिससे मोदी जी ने इनकी सलाह को मान लिया?
इस शक्स का नाम "अनिल बोकिल" है ये एक "Architect और Chartered Accountant है ये एक सामाजिक कार्यकर्ता भी है अनिल बोकिल लातूर के रहने वाले है जो महाराष्ट्र में आता है ये mechanical engineer की उपाधि प्राप्त की है ये पुणे में स्थित "अर्थक्रांति संस्थान" के सदस्य है ये संस्थान भारत में विभिन्न आर्थिक समस्या से जुडी परेशानियों को दूर करने की सलाह देता है
इस संस्थान द्धारा दी गई सलाह हमेशा प्रभाविक और असर दार रही है ये संस्थान काला धन, महंगाई, भ्रष्टाचार , राजकोषीय घाटा, बेरोजगारी, फिरौती, सकल घरेलू उत्पाद और औद्योगिक विकास, आतंकवाद और सुशासन से जुडी समस्या से निपटने में मदद करता है
अर्थक्रांति के समर्थको द्धारा कुछ बिंदुओ पर बात की गई है जिससे देश के भ्रष्टाचार को पूरी तरह ख़तम किया जा सकता है.....
#1 500 और 1000 के नोटों को बंद करवाया जाये जिससे भरी मात्रा में काला धन निकल सके।
#2 आयात शुल्क को छोड़कर, सभी मौजूद tax ख़त्म कर देना चाहिए
#3 एक निश्चित सीमा तक ही पैसो का लेन देन होना चाहिए
#4 Transaction
के
दौरान किसी भी तरह का tax नही लगना चाहिए