Katha Lekhan In Hindi- कथा या स्टोरी कैसे लिखें?
सर्वप्रथम किसी भी पाठक के मन में यह प्रश्न उठता है कि कहानी, कथा या स्टोरी क्या है? Katha Lekhan क्या है? Learn Katha Lekhan In Hindi.
तो आज हम आपको बताएंगे की कहानी या कथा क्या है? कथा लेखन क्या है? कहानी या कथा वह होती है, जिसमें किसी एक रोचक घटना का वर्णन हो।
कहानी या कथा सुनने और पढ़ने, लिखने की जो पारंपरिक शैली होती है। वह काफी प्राचीन समय से चल रही है। और यह सभी देश में यह परंपरा सुचारू रूप से अभी भी चल रहे है। कहानी पढ़ने, सुनने अथवा लिखने की कोई उम्र नहीं होती, छोटे बच्चों से लेकर बड़े बुजुर्गों के प्रति कहानी सुनना और पड़ना एक अनूठी आनंदमई कार्य होता है।
हम देखते है, कि बच्चों को कहानी सुनना बहुत पसंद आता है। हर छोटे बालक के मन में कहानी के प्रति एक जिज्ञासा होती है। कि उसे कहानी सुनाई जाए और फिर उन कहानी को व चिंतन करें और अन्य बालको तक कहानी को पेश करे।
बच्चे आजकल कहानियां सुनते भी है। और कुछ बच्चे कहानियों को लिखते भी है। कहानी लिखने के लिए बहुत छोटे और एकदम सरल वाक्यों का प्रयोग किया जाता है। प्राचीन समय से ही दादी नानी की कहानियां बहुत ही बहुचर्चित है। और इन कहानियों के माध्यम से बच्चों को शिक्षा भी प्राप्त होती है। आज हम देखते है। कि जैसे-जैसे आधुनिकता बढ़ती जा रही है। कहानियों का वाक्यांश भी छोटा होते जा रहा है। इसमें हम मानव जीवन के किसी भी एक पहलू का वर्णन करते है।
Katha Lekhan In Hindi- आइये सीखते है, Story Writing Method In Hindi
किसी भी लेखक के लिए कथा लेखन एक महत्वपूर्ण भूमिका होती है। कथानक को अपनी कथा में रोचक प्रसंग डालना अति आवश्यक होता है। जिससे पाठक को कथा पढ़ने अथवा श्रोता को कथा सुनने में आनंद की अनुभूति हो। किसी भी कहानी की शुरुआत शीर्षक से होती है। जो कि अंततः शीर्षक का प्रयोग होना उस कहानी का महत्वपूर्ण भाग होता है।कहानी लिखते समय यह ध्यान रखें कि आपकी कहानी शुरुआती दौर में ही पूरी ना हो बल्कि धीरे धीरे रोचक ढंग से कहानी का अंत हो जिससे आप की कहानी और भी पढ़ने में आनंद की अनुभूति देगी। कहानी लिखते समय यह ध्यान रखना जरूरी है। कि आप की कहानी की शुरुआत किस बिंदु से हुई है। और मध्य भाग में आप उसे किस तरह व्यक्त कर रहे है। तथा अंत में जो निष्कर्ष हो वह अत्यंत रोचक हो। कहानी की परिभाषा देना तो बहुत मुश्किल काम है। फिर भी कहानीकार हमेशा प्रयासरत रहते है, कि वे कहानी को परिभाषा के चौखटे में बांध सके।
कथा की विशेषताएं- Katha Lekhan In Hindi
#1. Katha Lekhan की अपनी विशेषता होती है। जिसमें मनुष्य जीवन की संवेदना पर समस्या को व्यक्त कियाजाता है।
#2. कहानी की विशेषता यह भी है की कहानी शिक्षा के साथ-साथ मानव मन में मनोरंजन जगाने का भी कार्य करती है।
#3. किसी भी कहानी में भाग्य पर कम बल तथा पुरुषार्थ पर अधिक बल दिया जाता है। वर्तमान में मानव को यह पता है, कि सकारात्मक सोच लिए वह पुरुषार्थ करने से पीछे नहीं हटेगा तथा पुरुषार्थ जहां होता है। वहां भाग्य अपने आप जुड़ जाता है।
#4. प्राचीन समय की कहानियों के अपेक्षा आधुनिक कहानियां सरल भाषा से युक्त होती है। क्योंकि इन सरल भाषा से युक्त कहानी का उद्देश्य मानव जीवन में बंधी हुई बातों को खोलना होता है।
#5. आज हम देखते है, कि आधुनिक कहानियां प्राचीन कहानियों की तुलना में व्यक्तिवादी होती है। जो मानव जीवन में घटित सत्य का उद्घाटन कर देती है। हम देखते है कि मनोवैज्ञानिकों ने मानव के मन को इस स्तर तक खोज लिया है, इस गहराई तक चले गए है, की मानव मन के सच को खोल कर अपनी कहानियों में रखना कहानीकार का सर्वोपरी लक्ष्य हो गया है।
#6. जिस प्रकार पुराने समय की कहानियां जीवन के सुख को लेकर व्यतीत होती थी, उसकी तुलना में आधुनिक कहानियां मनुष्य के दुख को लेकर तथा जीवन में जो संघर्ष और समस्याएं है। उन बिंदुओं को लेकर अधिक से अधिक प्रकाशित की जाती है।
#7. कहानी की यात्रा बहुत बड़ी होती है। परंतु आज कहानी को छोटे वाक्य में पूर्ण करना जरूरी हो गया है। इस क्रम में भी कहानी अपनी गति से कभी अवरुद्ध नहीं हुई।
उपयुक्त विशेषताएं जानने के बाद हम कह सकते है। कि आधुनिक युग की कहानियां हमारे जीवन की प्रति साया होती है। और यह सब होते हुए भी पाठक कहीं ना कहीं कहानियों में मनोरंजन तथा आनंद के तत्वों को भी ढूंढना चाहता है।
कहानी लेखन की विधि- Katha Lekhan In Hindi
लेखक अपनी कहानी को मुख्य रूप से चार प्रकार से लिख सकता है। अथवा किसी को भी अपनी कहानी लेखन में इन चार मुख्य तत्व से जो सहारा मिलता है। वह बहुत ही सुंदर कहानी प्रकट करने में सहायक है।।#1. किसी भी अधूरी कहानी को पूर्ण करना।
#2. किसी भी चित्र को देखकर उस पर कहानी लिखना या लिखने का अभ्यास करना।
#3. किसी भी विषय, व्यक्ति, वस्तु की रूपरेखा के आधार पर कहानी लेखन होना।
#4. किसी भी कहानी को आधार बनाकर पुनः उस पर कहानी लेखन करना।
कहानी लिखने का एक तरीका यह भी होता है। की हम कुछ ऐसा शीर्षक या रोचक बातें जो छुपा कर रखते है। शुरुआत से लेकर अंत तक, उसे अंत पढ़ाओ पर व्यक्त करना जरूरी होता है। कहानी के सभी पात्र अपने- अपने कार्य को अच्छे से व्यक्त करते हुए प्रतीत होना चाहिए ताकि कहानी में पात्र के प्रत्यक्ष भाव प्रगट होने की अनुभूति हो तथा कहानी अंत करते समय शीर्षक अलगाव लिए पूर्णता के साथ समाप्त होना चाहिए।
कथा लेखन के समय निम्न बिंदुओं पर ध्यान रखते हुए कथा लेखन करना चाहिए।
#1. सबसे पहले हमें ध्यान रखना चाहिए कि कहानी में ना तो बहुत छोटे वाक्य और ना ही अति आवश्यक रूप से विस्तृत,बड़े-बड़े वाक्य हो।कहानी लिखते समय विभिन्न घटनाओं और उसमें प्रसंगोंको संतुलित रूप से लिखा जाना चाहिए।
#2.कहानी का शीर्षक हमेशा आकर्षित होना चाहिए जिससे पाठक को शीर्षक देख कर ही पढ़ने में उत्साह एवं आनंद की अनुभूति हो।
#3. लेखक हमेशा यह ध्यान रखें कि कहानी की भाषा शैली पाठक के लिए अत्यंत सरल एवं प्रवाह में होनी चाहिए ऐसे लंबे तथा कठिन वाक्य का प्रयोग ना हो Katha Lekhan में।
#4. कहानी का अंत इतने सुंदर और सहज तरीके से हो कि पाठक के मन में शीर्षक के प्रति कोई प्रश्न बाकी ना रहे।
#5. सबसे जरूरी बात, किसी भी कहानी में यह होनी चाहिए कि उस कहानी से पाठक को किसी भी तरह का कोई उपदेश मिले तथा जिन घटनाओं को कहानी में व्यक्त किया जा रहा है। उसका उन घटनाओं से पारस्परिक संबंध हो।
इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए किसी भी कहानी का लेखन Katha lekhan बहुत आसान हो सकता है। ।अतः कहानी लेखन की यह विधि लेखक को उचित ढंग से निम्न बिंदुओं के अनुसार उचित भाषा शैली का प्रयोग कर मनोरंजक आनंदमई एवं सार पूर्ण कहानी लेखन को पूर्ण करने की अनूठी शैली प्राप्त कर सकते है।
आशा करती हूं के आपके मेरा यह लेख Katha Lekhan In Hindi- कथा या स्टोरी कैसे लिखें? अच्छा लगा होगा और आपको कथा लिखने की विधि सरल शब्दों में समझ आई होगी। आपके कमैंट्स का इंतज़ार रहेगा। पड़ते रहिये और हमसे जुड़े रहने के लिए सब्सक्राइब अवश्य करें। और अगर आप कथा, कहानियां, रोचक तथ्य या फिर किसी प्रकार का लेखन करते है तो हमसे अवश्य संपर्क करें poppyys5ampopup@gmail.com
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