Lord Shiva History Facts In Hindi | भगवन शिव के बारे में रोचक तथ्य

Lord Shiva History Facts In Hindi | भगवन शिव के बारे में रोचक तथ्य

Lord Shiva History Facts In Hindi
भगवन शिव के बारे में 8 अनोखे और रोचक तथ्य

Facts About Lord Shiva- भगवान शिव जितने रहस्यमयी हैं, उनकी वेश-भूषा व उनसे जुड़े तथ्य भी उतने ही विचित्र, रोचक और रहस्यमयी है। शिव श्मशान में निवास करते हैं, गले में नाग धारण करते हैं, भांग व धतूरा ग्रहण करते हैं। आदि न जाने कितने रोचक तथ्य इनके साथ जुड़े हैं। बहुत से ऐसी बाते जुडी है भगवान शिव से जिनको हर कोई जान कर भी है अनजान। आज यहाँ मैं आपको भगवान शिव से जोड़े ऐसे ही कुछ रोचक तथ्य एवं बातें व इनमें छिपे लाइफ मैनेजमेंट के सूत्रों के बारे में बता रहा हूँ। पूरा आर्टिकल अवश्य पड़ें और कमेन्ट करना ना भूलें।



Top 8 Amazing Facts About Lord Shiva - भगवान शिव के बारे में 8 आश्चर्यजनक तथ्य

आइये जानते है भगवान शिव के बारे में वह 8 आश्चर्यजनक तथ्य, जो सीधे बाबा महादेव के इतिहास से जुड़े हुए है। और कैसे यह रोचक तथ्य हमे लाइफ मैनेजमेंट के बहोत महत्वपूर्ण टिप्स सिखाते है। और कैसे हम इन टिप्स को अपना के अपना जीवन सुगम बना सकते है। Bhagwan Shiv Shankar History in Hindi

#1 भगवान शिव को क्यों कहते श्मशान का निवासी? Truth About Lord Shiva

Lord Shiva History Facts In Hindi | भगवन शिव के बारे में रोचक तथ्य
भगवान शिव को वैसे तो परिवार का देवता कहा जाता है, लेकिन फिर भी श्मशान में निवास करते हैं। भगवान शिव के सांसारिक होते हुए भी श्मशान में निवास करने के पीछे लाइफ मैनेजमेंट का एक गूढ़ सूत्र छिपा है। संसार मोह-माया का प्रतीक है जबकि श्मशान वैराग्य का। भगवान शिव कहते हैं कि संसार में रहते हुए अपने कर्तव्य पूरे करो, लेकिन मोह-माया से दूर रहो। क्योंकि ये संसार तो नश्वर है। एक न एक दिन ये सबकुछ नष्ट होने वाला है। इसलिए संसार में रहते हुए भी किसी से मोह मत रखो और अपने कर्तव्य पूरे करते हुए वैरागी की तरह आचरण करो।

#2 क्यों है भूत-प्रेत शिव के गण? Bhagwan Shiv History in Hindi

Lord Shiva History Facts In Hindi | भगवन शिव के बारे में रोचक तथ्य
शिव को संहार का देवता कहा गया है। अर्थात जब मनुष्य अपनी सभी मर्यादाओं को तोड़ने लगता है तब शिव उसका संहार कर देते हैं। जिन्हें अपने पाप कर्मों का फल भोगना बचा रहता है वे ही प्रेतयोनि को प्राप्त होते हैं। चूंकि शिव संहार के देवता हैं। इसलिए इनको दंड भी वे ही देते हैं। इसलिए शिव को भूत-प्रेतों का देवता भी कहा जाता है।

#3 भगवान शिव गले में क्यों धारण करते हैं नाग? Facts About Lord Shiva in Hindi

Lord Shiva History Facts In Hindi | भगवन शिव के बारे में रोचक तथ्य
भगवान शिव जितने रहस्यमयी हैं, उनका वस्त्र व आभूषण भी उतने ही विचित्र हैं। सांसारिक लोग जिनसे दूर भागते हैं। भगवान शिव उसे ही अपने साथ रखते हैं। भगवान शिव एकमात्र ऐसे देवता हैं जो गले में नाग धारण करते हैं। देखा जाए तो नाग बहुत ही खतरनाक प्राणी है, लेकिन वह बिना कारण किसी को नहीं काटता। नाग पारिस्थितिक तंत्र का महत्वपूर्ण जीव है। जाने-अंजाने में ये मनुष्यों की सहायता ही करता है। भगवान शिव नाग को गले में धारण कर ये संदेश देते हैं कि जीवन चक्र में हर प्राणी का अपना विशेष योगदान है। इसलिए बिना वजह किसी प्राणी की हत्या न करें।


#4 भगवान शिव के हाथ में त्रिशूल क्यों?Shankar Bhagwan History in Hindi

Lord Shiva History Facts In Hindi | भगवन शिव के बारे में रोचक तथ्य
त्रिशूल भगवान शिव का प्रमुख अस्त्र है। यदि त्रिशूल का प्रतीक चित्र देखें तो उसमें तीन नुकीले सिरे दिखते हैं। यूं तो यह अस्त्र संहार का प्रतीक है पर वास्तव में यह बहुत ही गूढ़ बात बताता है। संसार में तीन तरह की प्रवृत्तियां होती हैं- सत, रज और तम।

सत मतलब सात्विक, रज मतलब सांसारिक और तम मतलब तामसी अर्थात निशाचरी प्रवृति। त्रिशूल के माध्यम से भगवान शिव यह संदेश देते हैं कि इन गुणों पर हमारा पूर्ण नियंत्रण हो। यह त्रिशूल तभी उठाया जाए जब कोई मुश्किल आए। तभी इन तीन गुणों का आवश्यकतानुसार उपयोग हो।

#5 क्यों हैं भगवान शिव की तीन आंखें? Why Lord Shiva Has Three Eyes?

Lord Shiva History Facts In Hindi | भगवन शिव के बारे में रोचक तथ्य
धर्म ग्रंथों के अनुसार, सभी देवताओं की दो आंखें हैं, लेकिन एकमात्र शिव ही ऐसे देवता हैं जिनकी तीन आंखें हैं। तीन आंखों वाला होने के कारण इन्हें त्रिनेत्रधारी भी कहते है। लाइफ मैनेजमेंट की दृष्टि से देखा जाए तो शिव का तीसरा नेत्र प्रतीकात्मक है। आंखों का काम होता है रास्ता दिखाना और रास्ते में आने वाली मुसीबतों से सावधान करना। जीवन में कई बार ऐसे संकट भी आ जाते है, जिन्हें हम समझ नहीं पाते। ऐसे समय में विवेक और धैर्य ही एक सच्चे मार्गदर्शक के रूप में हमें सही-गलत की पहचान कराते है।

#6 कैलाश पर्वत क्यों है भगवान शिव को प्रिय? Story of Lord Shiva and His Birth in Hindi

Lord Shiva History Facts In Hindi | भगवन शिव के बारे में रोचक तथ्य
शिवपुराण के अनुसार, भगवान शिव कैलाश पर्वत पर निवास करते हैं। पर्वतों पर आम लोग नहीं आते-जाते। सिद्ध पुरुष ही वहां तक पहुंच पाते हैं। भगवान शिव भी कैलाश पर्वत पर योग में लीन रहते हैं। लाइफ मैनेजमेंट की दृष्टि से देखा जाए तो पर्वत प्रतीक है एकांत व ऊंचाई का। यदि आप किसी प्रकार की सिद्धि पाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको एकांत स्थान पर ही साधना करनी चाहिए। ऐसे स्थान पर साधना करने से आपका मन भटकेगा नहीं और साधना की उच्च अवस्था तक पहुंच जाएगा।

#7 शिव अपने शरीर पर भस्म क्यों लगाते हैं? History of Lord Shiva In Hindi

Lord Shiva History Facts In Hindi | भगवन शिव के बारे में रोचक तथ्य
हमारे धर्म शास्त्रों में जहां सभी देवी-देवताओं को वस्त्र-आभूषणों से सुसज्जित बताया गया है, वहीं भगवान शंकर को सिर्फ मृग चर्म (हिरण की खाल) लपेटे और भस्म लगाए बताया गया है। भस्म (राख) शिव का प्रमुख वस्त्र भी है, क्योंकि शिव का पूरा शरीर ही भस्म से ढंका रहता है। शिव का भस्म रमाने के पीछे कुछ वैज्ञानिक तथा आध्यात्मिक कारण भी हैं।

भस्म की एक विशेषता होती है कि यह शरीर के रोम छिद्रों को बंद कर देती है। इसका मुख्य गुण है कि इसको शरीर पर लगाने से गर्मी में गर्मी और सर्दी में सर्दी नहीं लगती। भस्म त्वचा संबंधी रोगों में भी दवा का काम करती है। भस्मी धारण करने वाले शिव यह संदेश भी देते हैं कि परिस्थितियों के अनुसार अपने आपको ढालना ही मनुष्य का सबसे बड़ा गुण है।



#8 भगवान शिव को क्यों चढ़ाते हैं बिल पत्र? History of Mahadev in Hindi

Lord Shiva History Facts In Hindi | भगवन शिव के बारे में रोचक तथ्य
शिवपुराण आदि ग्रंथों में भगवान शिव को बिल्व पत्र चढ़ाने का विशेष महत्व बताया गया है। 3 पत्तों वाला बिल्व पत्र ही शिव पूजन में उपयुक्त माना गया है। यह भी ध्यान रखना चाहिए कि बिल्वपत्र के तीनों पत्ते कहीं से कटे-फटे न हो।

लाइफ मैनेजमेंट के दृष्टिकोण से देखा जाए तो बिल्व पत्र के ये तीन पत्ते चार पुरुषार्थों में से तीन का प्रतीक हैं- धर्म, अर्थ व काम। जब आप ये तीनों निस्वार्थ भाव से भगवान शिव को समर्पित कर देते हैं तो चौथा पुरुषार्थ यानी मोक्ष अपने आप ही प्राप्त हो जाता है।

पड़ते रहिये :-
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