Apne Aap Ko Kaise Badle | अपने आप को कैसे बदलें?

Apne Aap Ko Kaise Badle | अपने आप को कैसे बदलें?

Apne Aap Ko Kaise Badle
अपने आप को कैसे बदलें?

Khud Ko Kaise Badle कि Inspirational Articles In Hindi सीरीज के पहले लेख खुद को कैसे बदलें | How To Change Yourself? में मैने बताया था कि सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि हमें क्या बदलना है? और साथ ही खुद को बदलने के कुछ तरीके भी बताए थे। इस लेख Apne Aap Ko Kaise Badle | अपने आप को कैसे बदलें? में सबसे पहले यह जानना जरुरी है, कि हम आज अपने आप को बदलने के विषय पर बात करने जा रहे है। अपने आप को बदलना कैसे है? अर्थात आंतरिक बदलाव।

अपने आप को बदलना कैसे है? Khud Ko Kaise Badle

अपने आप को बदलने के लिए जो तरीके में बताने जा रहा हूँ उनसे आप अपने आप को काफी हद तक बदल सकते है। और इन्हें अपने दैनिक जीवन में बेहतर जीवन के लिए, अपने करियर और अपने कार्य क्षेत्र में बहुत ही मुकम्मल साबित होंगे। क्योंकि आप सोने की सुराही की तरह कितना ही सज़ा कर रख लें किन्तु जब बात होगी बेहतर की तब कोई भी साधारण तौर पर मिट्टी की सुराही का शीतल पानी ही मांगेगा। तो आईये कुछ तरीकों से मिट्टी की सुराही की तरह ही हमारे अंदर भी शीतल जल को अनुग्रहित करते है।

#1 सुनना फिर बोलना | Apne Aap Ko Kaise Badle

जब हम किसी भी व्यक्ति से मिलते है, जाहिर है। वह व्यक्ति हमें जानने के लिए उत्सुक रहता है। और हम मिलते ही अपनी सफलता या अपनी तारीफें कराने वाली बातें बोलना शुरू कर देते है। तो इस जगह इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसलिए आवश्यक है कि गौर से पूरी बात को सुनें और उसके बाद आवश्यकता अनुसार बोलें। बोलना भी आवश्यक है और नियंत्रण रखना भी आप सोच रहे होंगे यह कैसे संभव है?
 जी यह सम्भव है, थोड़ी कठिनाई है पर यदि आप यह समन्वय बना लेते है तो आपका व्यक्तित्व आसमान छू लेगा और आप स्वयं में एक ताज़ा बदलाब महसूस करेंगे जो हमेशा आपको बेहतर तरीके से समाज के सामने प्रस्तुत करेगा।

Apne Aap Ko Kaise Badle | अपने आप को कैसे बदलें?

इसका अर्थ यह भी नहीं है, कि चुप चाप रहें चुप रहने पर भी वही होगा संवाद निर्मित हो ही नहीं पायेगा और हम खुद को प्रस्तुत करने में असफल हो जायेंगे। व्यक्तित्त्व विकास के लिए भी संवाद का दोनों तरफ से सहयोग आवश्यक है। इसीलिए हमें किसी से भी मिलते वक्त सुनकर ही बोलना चाहिए।

#2 रीडिंग | अपने आप को कैसे बदलें

अपने आप को बदलने के लिए किताबों से बेहतर कोई और चीज़ नहीं। सबसे पहले आपको खुद को पहचानना होगा की आप है कोन? और खुद को क्यूँ बदलना चाह रहे है? यही सबाल जब आप खुद से करेंगे तो शायद उत्तर आये की क्यूँ बदलूँ में खुद को। क्योंकि, जब बात आती है खुद को बदलने की तो यह काम स्वयं के अलावा कोई नहीं कर सकता। अपने किसी दोस्त अपने किसी गुरु को आप इसका श्रेय दे सकते है।

Apne Aap Ko Kaise Badle | अपने आप को कैसे बदलें?

लेकिन अपने आप को बदलने में किसी और का रत्ती भर भी सहयोग नहीं होता है। आप इसका निर्णय शुद्ध अंतःकरण अपनी अंतर आत्मा से लेते है। कहा जाता है कि माहौल बदल देता है या संगति का असर आता है। यह सब बस हमारे स्वीकृति के अनुरूप होते है। जब तक हम अपने हृदय को अनुमति न दे तब तक कोई हमें कुछ नहीं सिखा सकता। अब आप सोच रहे होंगे की जो काम गुरु या दोस्त नहीं कर पाते बिना हमारी अनुमति के वह किताबें कैसे कर सकती है। इसका साधारण सा जबाब है कि किताब हमारी पढ़ने और सीखने की रूचि अनुसार होती है। जब हम किसी किताब को पढ़ने के लिए चुनते है तब ही उसे अनुमति दे देते है।

#3 योग या ध्यान | Khud Ko Kaise Change Kare

आपको आश्चर्य हो रहा होगा लेकिन अपने आप को जब आप बदलने की कोशिश करते है। तो प्रकृति इसका विरोध करती है। जैसे लोहे को आकार देने के लिए उसे गर्म करना पड़ता है। और जब वह गर्म हो जाता है तब उसको पीटा भी जाता है। तब जाकर उसके आकार को परिवर्तित कर पाते है। उसी प्रकार जब आप अपने आपको बदलने बाले है। तो जाहिर है, आपको तपना पड़ेगा उसी तपन को सहन करने की शक्ति आपको योग और ध्यान के द्वारा प्राप्त होती है।

Apne Aap Ko Kaise Badle | अपने आप को कैसे बदलें?

योग और ध्यान के द्वारा आप शारीरिक रूप से और मानसिक रूप से तैयार होते है। बदलाब के लिए योग और ध्यान आपको आंतरिक रूप से मदद करता है। किसी भी बदलाब के लिए आप तैयार रहते है। इससे आपको क्षमता मिलती है। विश्व स्तर भी आप देख चुके है कि योग और ध्यान ऐसे अस्त्र है जिनके माध्यम से हम अपने शारीरिक तंदुरिस्ति के साथ मानसिक तंदुरिस्ति को भी मजबूत कर सकते है।

#4 क्रोध से दूर रहें | Khud Ko Change Kaise Kare

जब आप दैनिक जीवन में आप कई काम अपने गुस्से की वजह से खराब कर लेते है। तो जरूरत है आपको बदलाब की आप अपने क्रोध पर काबू रखें और अपने काम को बिगाड़ने से बचें। क्रोध आपके मानसिक क्षमता को दर्शाता है। आप कितने सहनशील व्यक्ति है यह आपका गुस्सा जाहिर कर देता है।

Apne Aap Ko Kaise Badle | अपने आप को कैसे बदलें?

लेकिन क्रोध न करने का अर्थ विरोध न करना कतई नहीं है। क्रोध उचित समय पर करना गलत नहीं होता है। आपके व्यक्तित्व का परिचायक आपकी सहनशक्ति है। कई बार यह स्थिति होती है कि हम कहीं और का गुस्सा कहीं और निकालते है। जिसकी वजह से हम अपना नुकसान कर बैठते है। लिहाजा हमें अपने आप को बदलने के लिए गुस्से को हमेशा नियंत्रण में रखना है और व्यवहारिक चीजों के साथ इसका भी समन्वय करना है।

Khud Ko Kaise Badle | Apne Aap Ko Kaise Badle in Hindi

Apne Aap Ko Kaise Badle |अपने आप को कैसे बदलें? Inspirational Articles In Hindi सीरीज के यह कुछ तरीके थे जिनसे हम अपने आप को आंतरिक रूप से बदल सकते है और जीवन में मधुरता ला सकते है। पड़ते रहिये और हमसे जुड़े रहने के लिए सब्सक्राइब करना ना भूलें। धन्यवाद

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