बिस्तर पर पेशाब का इलाज | Bistar par Peshab ka ilaj in Hindi
Natural Ways To Stop Bed Wetting
बचपन में बच्चों का बिस्तर गीला करना (Bed Wetting In Hindi) आम बात है। पांच से सात साल की उम्र से पहले बिस्तर गीला करना चिंता का विषय नहीं है। लेकिन यदि इसके बाद भी बच्चे का बिस्तर गीला करना जारी है, तो धैर्य और समझ के साथ समस्या का तुरंत इलाज Bistar Par Peshab Ka Ilaj शुरू करा देना चाहिए। Home Remedies for Child bed wetting in Hindi
Bed Wetting Causes And Solutions | बिस्तर पर पेशाब करने की आयुर्वेदिक दवा
एक रिपोर्ट के अनुसार, पांच साल से ज्यादा उम्र के 20 प्रतिशत बच्चों को नींद में पेशाब करने की बीमारी होती है। 10 वर्ष से ज्यादा के 5 प्रतिशत और 18 वर्ष से ज्यादा के 1-2 प्रतिशत बच्चे बेड वेटिंग से ग्रस्त होते है। हालांकि बच्चों की इस आदत से छुटकारा पाने के लिए कई तरह के घरेलू उपाय भी किए जा सकते है। Also Read:-
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Natural Remedies To Stop Bedwetting | बिस्तर में पेशाब करने का आयुर्वेदिक इलाज
तो चलिए आपकी मदद के लिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताते है, बिस्तर गीला करने से रोकने का इलाज Bistar Par Peshab Ka Ilaj और घरेलू उपायों Natural Remedies For Bed Wetting के बारे में। लेकिन उपचार करने से पहले इसके कारणों का पता होना बेहेद जरूरी है। एक बार सही कारण का पता चल जाए, तो उपचार काफी आसान हो जाएगा।बिस्तर गीला करने के कारण | Reasons For Child Bedwetting
बिस्तर गीला करने के क्या कारण है, ये तय नहीं है। फिर भी कुछ कारक है, जो इसके लिए जिम्मेदार है।
- छोटा मूत्राशय बिस्तर गीला करने का कारण (Bedwetting Causes) हो सकता है। कई बार बच्चे के मूत्राशय में रातभर पेशाब रख पाने की क्षमता कम होती है, इसलिए बच्चा बिस्तर पर पेशाब कर देता है।
- यदि मूत्राशय को नियंत्रित करने वाली नसें परिपक्व होने में धीमी हैं, तो फुल ब्लैडर भी बच्चे को गहरी नींद से नहीं जगा पाएगा।
- यूरीनेरी ट्रेक्ट इंफेक्शन भी Raat ko Bistar par Peshab hona बिस्तर गीला करने का एक कारण है। यह संक्रमण आपके बच्चे की पेशाब को नियंत्रित करना मुश्किल बना सकता है। इसमें बार-बार पेशाब आना, लाल या गुलाबी रंग की पेशाब आना और पेशाब के दौरान दर्द होना शामिल है।
- कई बार हार्मोनल के असंतुलित होने से भी बच्चे बिस्तर गीला करते है।
- कभी-कभी बिस्तर गीला करना ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया का संकेत भी हो सकता है। ये एक ऐसी स्थिति है, जिसमें बच्चे की नींद बाधित होती है।
- बच्चे के लिए रात में बिस्तर पर पेशाब आना मधुमेह का पहला संकेत है। मधमेह वाले बच्चों में रक्त शकर्रा का स्तर ज्यादा होता है, जिसके परिणामस्वरूप शरीर मूत्र के उत्पादन को बढ़ाता है।
- तंत्रिका तंत्र में असमान्यताएं पेशाब को नियंत्रित करने वाले नाजुक न्यूरोलॉजिकल बैलेंस को प्रभावित कर सकती है।
- Bed par Peshab hona - इमोशनल और मेंटल स्ट्रेस की वजह से भी कई बार बच्चे ऐसा करते हैं। उन्हें बार-बार डांटना, उनसे तेज आवाज में बात करने से बच्चे डर जाते हैं और बिस्तर गीला कर देते है।
- बिस्तर पर पेशाब करने का कारण Bed Wetting Causes अनुवांशिक भी हो सकता है। घर के बड़े या अन्य बच्चे अपने बचपन में ऐसा करते हों, तो संभावना है कि आपके बच्चे को भी यह समस्या हो सकती है।
बिस्तर गीला करने के लक्षण | Symptoms Of Peeing In Bed In Hindi
बिस्तर गीला करने के कई लक्षण हैं। अगर इन्हें पहले जान लिया जाए, तो समस्या तो बहुत जल्दी राहत पाई जा सकती है।
- दिन के दौरान बिस्तर पर पेशाब करना
- बार-बार पेशाब करने के दौरान जलन होना
- पेशाब के साथ तनाव
- पजामे पर गुलाबी रंग का मूत्र दिखना
- कब्ज की शिकायत
बिस्तर गीला करने के प्रकार | Types Of Bedwetting In Hindi
बिस्तर गीला करने की समस्या को दो भागों में बांटा गया है, जिसके बारे में आप यहां जान सकते है।
प्राइमरी बेड वेटिंग (Primary Nocturnal Enuresis)
जब बच्चा बचपन से ही बिस्तर में पेशाब करता हो और यह समस्या पांच साल के बाद भी जारी रहे, तो इसे "प्राइमरी बेड वेटिंग" कहते है।सेकंडरी बेड वेटिंग (Secondary Nocturnal Enuresis)
इस स्थिति में बच्चा बीच में छह महीनों के लिए बिस्तर गीला करना बंद कर देता है, लेकिन फिर ये समस्या शुरू हो जाती है।बिस्तर पर पेशाब करने की बीमारी के कुछ जोखिम कारक भी है, जिनके बारे में हम आपको आगे बताएंगे।
बेडवेटिंग के लिए जोखिम कारक | Risk Factors For Bedwetting In Hindi
बिस्तर गीला करने की समस्या किसी को भी हो सकती है, लेकिन लड़कियों की तुलना में ये लड़कों में दोगुना होती है। बिस्तर गीला करने के बढ़ते जोखिम के साथ कई कारक जुड़े हैं, जिनके बारे में आप नीचे जान सकते है।- पुरूष लिंग और परिवार का इतिहास
- स्लीप एपनिया
- पुराना कब्ज
- यौन शोषण
- सोने से पहले ज्यादा तरल पदार्थ का सेवन
- मूत्र पथ के संक्रमण
- हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर की समस्या
बिस्तर गीला करने का निदान - Natural Bedwetting Solutions
नींद में पेशाब करने की बीमारी का इलाज - परीस्थितियों के आधार पर आपका डॉक्टर बिस्तर गीला करने के किसी भी अंतनिर्हित कारण की पहचान करने के लिए नीचे दी गई चीजों की सिफारिश कर सकता है।शारीरिक परीक्षा | Ways To Prevent Bed Wetting
लक्षणों की चर्चा, तरल पदार्थ का सेवन, पारिवारिक इतिहास, आंत्र और मूत्राशय की आदतों के बारे में आपसे पूछ सकता है। संक्रमण या मधुमेह के संकेतों के लिए डॉक्टर मूत्र परीक्षण कराने के लिए कह सकता है। मूत्र पथ की संरचना को देखने के लिए गुर्दे या मूत्राशय का एक्स रे करा सकता है। बेडवेटिंग की समस्या से बचने के लिए कुछ चिकित्सीय इलाज की भी जरूरत होती है, जिसके बारे में आप आगे जान सकते है।
बिस्तर गीला करने का इलाज - Bistar Par Peshab Ka Ilaj In Hindi
बेड वेटिंग का इलाज Bistar Par Peshab Ka Ilaj संभव है, लेकिन यह पांच वर्ष से अधिक के बच्चों का ही किया जाता है। अगर आपका बच्चा पांच साल से छोटा है, तो आपको थोड़ा इंतजार करना होगा। पांच साल की उम्र के बाद भी अगर वो बिस्तर गीला करे, तो आप डॉक्टर से संपर्क कर इलाज शुरू कर सकते है।डेस्मोप्रेसिन | Natural Ways To Stop Bedwetting
रात में बिस्तर गीला करने को रोकने के लिए डॉक्टर "डेस्मोप्रेसिन" बिस्तर में पेशाब करने की दवा देते हैं। यह दवा रात में पेशाब की मात्रा को कम कर सकती है। यह बेड वेटिंग का प्राथमिक इलाज (Bistar Par Peshab Ka Ilaj In Hindi) है। बिस्तर पर टॉयलेट करने की दवा 200 मिग्रा की खुराक हर दिन बच्चे के लिए काफी है।
ऑक्सीब्यूटिनिन | Best Way To Stop Bedwetting
अगर बच्चे का मूत्राशय सामान्य से छोटा है, तो उसकी संकोचन शक्ति बढ़ाने के लिए यह दवा दी जाती है। इस दवा के साथ आमतौर पर अन्य दवाओं का उपयोग भी किया जाता है।बेड वेटिंग अलार्म | Natural Remedies To Stop Bedwetting
अगर बच्चा पांच साल तक बिस्तर पर पेशाब करता है, तो ऐसे में डॉक्टर पैरेंट्स को बेड वेटिंग अलार्म लगाने का सुझाव देते है। इस अलार्म में एक सेंसर होता है, जो बच्चे के अंडरवियर में फिट किया जाता है। यह नमी को सेंस कर बजने लगता है, जिससे बच्चे की नींद खुल जाती है और वह बिस्तर गीला न करके बाथरूम का इस्तेमाल करता है।
डिट्रोपन | Bistar Par Peshab Ka Ilaj
जब तक बच्चा अपने मूत्र प्रवाह पर कंट्रोल करना न सीख जाए, तब तक डॉक्टर उसे यह दवा देने के लिए कहते हैं। यह बच्चों के मूत्राशय को कंट्रोल करने में मदद करती है।एंटीबायोटिक | Bed Wetting Causes And Solutions
यदि जांच के दौरान बच्चे के मूत्राशय में संक्रमण है, तो डॉक्टर तुरंत एंटी बायोटिक लिख देते हैं। यह दवा संक्रमण फैलाने वाले बैक्टीरिया का नाश कर बिस्तर गीला करने की समस्या से राहत दिलाती है। इन सभी दवाओं के अपने दुष्प्रभाव भी हैं। इसलिए किसी भी दवा को शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर ले लें। डॉक्टर का इलाज तो अपनी जगह पर है, लेकिन आप चाहें, तो बिस्तर गीला करने से रोकने के लिए घरेलू उपचारों की भी मदद ले सकते हैं। ये सभी नुस्खे नींद में पेशाब करने की बीमारी से छुटकारा दिलाने में प्रभावी है।
बिस्तर गीला करने से रोकने के घरेलू उपचार | Natural Ways To Stop Bedwetting In Hindi
बेड वेटिंग या बिस्तर पर पेशाब करने की आदत से छुटकारा पाने के लिए आप नीचे दिए जा रहे घरेलू उपायों Natural Remedies For Bed Wetting का भी सहारा ले सकते है।ब्लैडर एक्सरसाइज | Bistar Par Peshab Ka Ilaj
मूत्राशय छोटा होने की स्थिति में मूत्राशय की पेशाब को रोकने की क्षमता को बढ़ाने के लिए ब्लैडर एक्सरसाइज बहुत अच्छा घरेलू नुस्खा (Natural Remedies For Bed Wetting) है। इसमें पीडि़त बच्चे या वयस्क को दिन में समय खूब सारा पानी पिलाकर कुछ घंटों के लिए पेशाब रोकने के लिए कहा जाता है। लेकिन यह एक्सरसाइज डॉक्टर के कहने पर ही करनी चाहिए।
स्वस्थ आहार | Bed Wetting Causes And Solutions
बच्चे को बिस्तर गीला करने की बीमारी से राहत दिलाने के लिए उसके आहार का ध्यान रखें। उसे मसाले युक्त आलू, चने, कॉफी, चॉकलेट जैसी खाने की चीजों से दूर रखें। ऐसे पदार्थों से ज्यादा कब्ज बनता है, जिससे बार-बार पेशाब आती है।
पानी | Natural Bedwetting Solutions
पीड़ित बच्चे और वयस्क को दिन के समय तो खूब पानी पिलाएं, लेकिन रात के समय साने से तीन से चार घंटे पहले कम पानी पिलाना चाहिए।इंफेक्शन | Best Way To Stop Bedwetting
अगर बच्चे की पेशाब में इंफेक्शन के लक्षण नजर आएं, तो तुरंत डॉक्टर के पास ले जाएं। बच्चों में बिस्तर गीला करने पर कोई संक्रमण न फैले, इसके लिए बिस्तर पर प्लास्टिक बिछाना चाहिए।
लेक्सेटिव | Natural Remedies To Stop Bedwetting
कई बार कब्ज के कारण भी बच्चे बिस्तर गीला कर देते हैं। अगर ऐसा है, तो डॉक्टर की सलाह के बाद बच्चे को यह दवा दे सकते हैं। कब्ज की समस्या से बचने के लिए आप बच्चे के खाने में सलाद शामिल करना बेहतरीन विकल्प है।आयुर्वेदिक उपचार | Bistar Par Peshab Ka Ilaj
बेड वेटिंग के मामलों में कई बार आयुर्वेदिक उपचार करने से भी बहुत लाभ मिलता है। इसके लिए रात में सोने से पहले एक चम्मच शहद, शंखपुष्पी और चंद्रप्रभावटी जैसे आयुर्वेदिक उपचार को लेने से बहुत फायदा होगा। ध्यान रखें, इन दवाओं को लेने से पहले विशेषज्ञ से बात करें और उचित मात्रा में ही दवाओं का सेवन करें।
बिस्तर पर पेशाब करने की समस्या रोकने के टिप्स | Tips To Control Bedwetting In Hindi
बच्चों में बिस्तर गीला करने की आदत (Peeing In Bed) सामान्य है। लेकिन कम उम्र से ही इसका इलाज Bistar par Peshab karne ki Bimari ka ilaj करने से बाद में कई शर्मनाक स्थितियों से बचा जा सकता है। बच्चे को बिस्तर गीला करने की आदत (Bedwetting In Hindi) से छुटकरा दिलाने के लिए हम आपको यहां कुछ टिप्स बता रहे हैं। इन्हें आप फॉलो करें और फर्क देखें।- बिस्तर में पेशाब करने का घरेलू उपाय - दिन में तरल पदार्थ का सेवन बढ़ाएं और रात तक आते-आते इसे कम कर दें।
- रात को सोने जाने से पहले अपने बच्चे का बाथरूम ब्रेक निर्धारित करें।
- स्कूल के बाद ज्यादा प्यास से बचने के लिए बच्चे को नियमित अंतराल पर पानी पीने के लिए बोतल दें।
- बिस्तर में पेशाब करने का इलाज - बच्चे को कैफीन युक्त पेय पदार्थ कम से कम दें। इसके ज्यादा सेवन से भी कई बार बच्चे बिस्तर पर पेशाब करते है।
- Bister per peshab ka ilaj - कई बार बच्चे कमरे में अंधेरा होने के कारण उठ नहीं पाते। अगर बच्चे को बिस्तर गीला करने की आदत है, तो कमरे में हल्की लाइट जलाकर रखें।
बच्चे को डांटना गलत है। कई पैरेंट्स बच्चे के बिस्तर गीला करने bed par toilet karna पर उसे डांट लगाते हैं, जिससे वह डर जाता है। बेहतर है, कि बच्चे को प्यार से समझाएं और अगर वह सीधे उठकर बाथरूम में जाना शुरू कर दें, तो उसे रिवॉर्ड जरूर दें।
- रात में बिस्तर पर जाने से पहले बच्चे को बाथरूम जाकर पेशाब करने की आदत डालें।
- दिन और रात के समय बच्चे को हर दो घंटे में पेशाब करने के लिए भेजें।
- रात में बाथरूम की लाइट खुली रहने दें।
Bistar Par Peshab Ka Ilaj | बिस्तर में पेशाब का इलाज
बेडवेटिंग अलार्म का इस्तेमाल करें। यह उन बच्चों और वयस्कों के लिए सही तरीका है, जिन्हें बचपन से बेड वेटिंग की आदत है। आपको बता दें, कि कई हफ्तों तक इस अलार्म का लगातार इस्तेमाल किए जाने पर यह विधि बहुत प्रभावी साबित हुई है।जब तक आपका बच्चा बिस्तर गीला करना ना छोड़े, तब तक उसके लिए पैड्स, डायपर और अब्जॉर्बेंट अंडरवियर का इस्तेमाल करें। बिस्तर गीला करने या बेड वेटिंग की स्थिति में डिस्पोजेबल इंकॉन्टीनेंस प्रोडक्ट्स रातभर उपयोग के लिए ही डिजाइन किए गए है।
Bed Wetting Causes And Solutions | बिस्तर पर पेशाब करने का घरेलू इलाज
- बिस्तर को गीला होने से बचाने के लिए डिस्पोजेबल बेड चक्स खरीदें। इससे गद्दे गीले नहीं होंगे।
- अपने बच्चे की भावनाओं के प्रति संवेदनशील रहें। यदि आपका बच्चा तनावग्रस्त या चिंतित है, तो उसका सपोर्ट करें।
- मूत्र को रोकने में मदद करने के लिए बच्चे के लिए मोटी और अब्जॉर्बेंट अंडरवियर का उपयोग करें।
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