J Jayalalitha Biography In Hindi- Jayalalitha Amma
कुछ अनकही और अनसुनी कहानी मेरी जुबानी: जयललिता(अम्मा)
इस आर्टिकल को मेने हमारी माननीय J Jayalalithaa जी हमारी "अम्मा " के सम्मान में लिखा है। और इसको लिखते समय मेने "मैं " यानी जयललिता जी स्वयं के रूप में लिखा है। कोई गलती हुई हो तो क्षमा चाहता हूँ ।J Jayalalitha Biography In Hindi- जे जयललिता की जीवनी
आपको वो वक्त याद ही होगा जब महिला सशक्तिकरण का नाम भी सुनने को नही मिलता था। लेकिन अगर आप कुछ वक्त पीछे जाये तो आपको महिला सशक्तिकरण का एक रूप जरूर देखने को मिला होगा। जिसने समाज को ये बताया की "महिला शक्ति एक ऐसा रूप है जिनको घरो में छुपा कर नही रखना। उनको समाज के सामने लाये और उनकी प्रतिभा को सबके सामने लाये, वो देश का रूप बदल कर रख देगी"। वो और कोई नही मैं ही हूँ आपकी अपनी जयललिता हूँ, कुछ लोग मुझे प्यार से अम्मा के नाम से भी संबोधित करते है। Jayalalithaa AmmaJayalalithaa In Biography Hindi- जयललिता जी के जीवन के कुछ महत्वपूर्ण पल
मैं Jayalalithaa, मैने समाज से जाति के भेदभाव को तोड़ कर एक नई पहल समाज के सामने शुरू की। और अपने किरदार को बखूबी निभाया है चाहे वो एक के अभिनेत्री के रूप में हो ,या फिर समाजसेवाकर्ता के रूप में। वेसे तो आप मेरे के बारे में बहुत कुछ जानते है लेकिन कुछ ऐसी भी बाते है, जिनको आप नही जानते और शायद ही इन बातो को आपने कभी सुना होगा। तो आज मैं आपको बताउंगी अपनी ही कहानी।#1 महज 16 साल की उम्र में विधवा?
जी हां...मैं जानती हूँ की ये शब्द आपको सुनने में बहुत अजीब लग रहा होगा। ये वो नही है जो में बोल रही हूँ। इस बात का मतलब कुछ और है मैं एक अभिनेत्री भी रह चुकी है मेरी पहली तमिल फिल्म "vennira aadai " थी जब मेरी उम्र महज 16 साल की उम्र ही थी पहली फिल्म में ही मुझे काफी कामियाबी मिली उस फिल्म में मेरा किरदार एक विधवा औरत का था।#2 मजबूर थी फिल्मो की दुनिया में जाने के लिए।
वो वक्त जब मैं अपनी पढ़ाई में काफी सफलताएं हासिल कर रही थी। जब मैंने मेट्रिक परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया था। तब मेरी माँ को लगा की उनकी बेटी एक अच्छी अभिनेत्री बनने के सारे गुण है। पर मेरी फिल्मो में कोई रूचि नही थी क्योकि मैं एक रूपवादी महिला थी पर अपने परिवार के दवाब के कारण मुझे तमिल फिल्मो में अपना कदम रखना पड़ा।#3 मेरा पहला प्यार। Jayalalithaa
जब मैं अपनी फिल्मो की दुनिया में कामियाबी पर कामियाबी हासिल कर रही थी। उसी दौरान मुझे एक ऐसे शख्स से मोहब्बत हुई जो पहले से ही शादीशूदा था। उनका नाम शोबन बाबु है, मेने उनको सबसे पहले लोगो की भीड़ में देखा था। मैं अपने घर पर थी और मेने अपने दूरबीन से उनको देखा और बस उसी वक्त से वो मुझे पसंद आगये।#4 मैं एक किताबी कीड़ा थी
वेसे तो आप मेरे बारे में सब कुछ जानते होंगे, लेकिन ये तो बहुत कम लोग जानते होंगे की मुझे किताबे पड़ने का काफी शोक था। मैं हमेशा अपने साथ अंग्रेजी की एक किताब रख कर चला करती थी और जब भी मुझे खाली वक्त मिलता, मैं उसका अध्यन करने लगती थी। मुझे पड़ने के साथ-साथ कहानिया लिखने का भी शोक था।#5 मुझे कभी पैसे की तलब नही रही।
मैं हमेशा एक अच्छी समाज सेविका बनना चाहती थी उसके लिए मुझे राजनीती ही एक मात्र सही रास्ता नजर आया। जिसमे मैं रह कर सबकी सेवा कर सकती हूँ जब में तमिलनाडु की मुख्यमंत्री के रूप में चुनी गई तभी से मेने यही सोच लिया था, की में अपने कर्तव्य को पूरी निष्ठा के साथ निभाऊंगी। उसमे किसी भी तरह का स्वार्थ नही रहेगा जब मुझे पहली बार वेतन मिला तो मेने कहा की मेरे पास आय के बहुत से स्रोत है। मुझे वेतन की जरूरत नही है, पर जब मुझे कहा गया की आपको कुछ तो लेना ही होगा तो मैने सिर्फ 1 रुपया ही लिया मेरा मकसद हमेशा से ही यही रहा है की में पुरे जी जान से आपकी सेवा करू।#6 उम्मीद भी नही की मेरा नाम इतना प्रसिद्ध होगा।
जी हाँ....... मुझे बिलकुल भी नही यकीन नही हुआ जब मुझे ये पता चला की मेरा नाम guinness book में लिखा गया है । शायद ये बात आप में से बहुत कम लोग जानते हैं अगर नही जानते है तो में आपको जरूर बताना चाहूंगी। मेरा नाम इसलिए चुना गया क्योकि मेने एक बहुत ही बड़ी शादी करवाई थी सन 1995 के समय मेने एक ऐसे बच्चे की शादी करवाई थी जिसको मेने अपना बेटा बनाया हुआ था। उस शादी में करीब 1,50,000 लोग आये थे। शादी एक बहुत ही बड़े मैदान में हुई थी जो पुरे 50 एकड में फैला हुआ था ।#7 नहीं चाहिए कोई भी आभूषण।
मुझे कभी कोई साज श्रृंगार का शोक नही था और न ही किसी भी आभूषण का। मैं हमेशा से एक साधारण सी महिला बनना चाहती थी। एक बार समय ऐसा आया था जब मुझ पर ये इल्जाम लगाया गया था, की एक जाँच के दौरान मेरे घर में 800 किलोग्राम चांदी, 28 किलोग्राम सोना, 10000 साड़ीयां बरामद हुई है। उस वक्त मेरे पास कोई भी नही था तब मेने अपने ऊपर लगे उस इल्जाम को हटाया और तब से किसी भी तरह के आभूषण को हाथ नही लगाया।#8 मेरा व्यवसाय हमेशा अलग ही रहा है।
एक बार मुझे एक interview के लिए फ़ोन आया था उनका नाम सिमी गरेवाल था। वो बहुत ही मशहूर पत्रकार थी जिन्होंने एक बहुत ही बड़ा program रखा था। उस वक्त उन्होंने मुझे एक सवाल पूछा तब मेने अपनी जिंदगी की सच्चाई बताई। उन्होंने पूछा की आपका फिल्मो से लेकर राजनीती तक का सफर केसा रहा। तब मेने जवाब दिया की मुझे न तो फिल्मो में दिलचस्पी थी और न ही राजनीती से जुड़ने का कोई मन था। में तो एक वकील बनना चाहती थी पर उनको लगा की वकील बनने के लिए खुद में बहुत कुशलता होनी चाहिए। पर मुझेमे कुछ न कुछ कमी जरूर थी, इस लिए मेने अपना अलग रास्ता अपनाया।Jayalalitha Death- “One Important Message”
ऐसी बहुत सी बाते है जो मुझसे आपकी अपनी J Jayalalitha Amma से जुडी हुई है, जिनको आप जानते भी है या नही जानते। आज में आप सबके बीच नही हूँ लेकिन में ये जरूर दावे से बोल सकती हूँ, की मेरी समाज के प्रति जो सोच थी वो आज भी आप सबके बीच मौजूद है। मैंने इस समाज को काफी कुछ दिया है और वो हमेशा आप सबके बीच रहेगा और जो पहल मेने शुरू की महिलाओ के लिए उसको आप लोग हमेशा आगे बढ़ाएंगे, इसका मुझे जयललिता को अखंड विश्वास है।Read More:-
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