कोरोना वायरस कोविड 19 पर एक विशेष आर्टिकल

कोरोना वायरस कोविड 19 पर एक विशेष आर्टिकल

कोरोना वायरस कोविड 19
Corona Virus Covid 19
कोरोना वायरस कोविड 19 पर एक विशेष आर्टिकल

कोरोना वायरस को रोकने के लिए उठाए गए कदम और संभावनाओं को कुचलने का प्रयास क्यों किया जा रहा है???

आज दुनिया एक ऐसी महामारी से जूझ रही है, जिसने दुनिया को पूरी तरह से चार दीवारों में कैद कर लिया है। सड़कें सुनी है, दुकानें बंद हैं और चारों तरफ सन्नाटा पसरा हुआ है। घरों में बंद जिंदगी एक ऐसे दुश्मन के मौत की कामना कर रही है, जिसने कुछ ही दिनों में हजारों जाने ले ली हैं और न जाने कितनी जानों को अपनी गोद में समाए बैठा हुआ है।

आल्सो रीड :- अगले पांच साल लगे रहेंगे अरविंद केजरीवाल !!! निष्कर्ष 




कोरोनावायरस ( कोविड-19) नाम के इस दहशत ने पूरी दुनिया में अभी तक 20,000 से अधिक लोगों की जान ले चुका है। अभी तक 4,20,000 से अधिक लोग इस बीमारी से संक्रमित पाए गए हैं। क़रीब लाख से अधिक लोग इस बीमारी से पूरी तरह ठीक भी हो चुके हैं। चीन के वुहान से शुरू हुई इस बीमारी ने पलक झपकते पूरी दुनिया को अपने चपेट में ले लिया और लगभग 186 देशों में इस वायरस का काला बादल, प्रकोप बन कर मंडरा रहा है।

भारत में अभी तक 500 से ज्यादा मामले पाए गए हैं और 10 की मौत हो चुकी है। भारत ने कई राज्यों को लॉकडाउन कर दिया है और लोगों को सलाह दी है कि वे अपने घरों में रहें बिना वजह बाहर नही निकलें। लेकिन भारत में कुछ विशेषताएं है, यहाँ कुछ लोगों को जिस बात की जितनी मनाही होती है वे उसे ना मानने के लिए उतने ही जिज्ञासु होते हैं। जहाँ पेशाब करना मना होगा वहाँ पेशाब जरूर करेंगे और जहाँ पान खा कर थूकना मना होगा वहाँ बेशर्मी का कत्था रंग जरूर छोड़ देते हैं।
जब कोरोना वायरस शुरुआती चरण में था तब भारत सरकार ने दूसरे देशों से आने वाले लोगों के लिए स्क्रीनिंग की ऐसी जबरदस्त व्यवस्था की थी, कि कोई भी संक्रमित व्यक्ति एयरपोर्ट से निकलने के बाद देश में इधर-उधर घूम कर दूसरों को प्रभावित ना कर पाए। सरकार ने साफ दिशा-निर्देश दिया और विदेशों से आने वाले सभी लोगों को सेल्फक्वारंटाइन में रहने का आदेश दिया। लेकिन ज्यादातर लोगों ने इस आदेश को पार्टीयों में गुलाब जामुन की तरह खा-कर पचा दिया।



 कई मामलों में एक मामला कनिका कपूर (सिंगर) का भी था, सोचिए जब कनिका कपूर जैसे पढ़े-लिखे लोग भी दूसरों की जिंदगी को खतरे में डालने से पहले थोड़ा भी जागरूकता ना दिखाएं, तो फिर उन लोगों को ही देख कर तसल्ली करना पड़ता है जो गोऊ मूत्र और ताबीज से कोरोना वायरस ठीक करने की जागरूकता समाज में फैलाते हैं। भारत में ज्यादातर मामले विदेशों से आए व्यक्तियों में ही मिले, और ये सभी व्यक्ति जो सबकुछ जानते हुए भी अनजान बने मॉल में शॉपिंग और सड़कों पर वॉकिंग करते रहे।
प्रधानमंत्री मोदी ने 22 मार्च को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक के लिए जनता कर्फ्यू की अपील की और इस फैसले का पूरे देश ने एक साथ समर्थन भी किया और इस महामारी से लड़ने की कल्पना शक्ति भी दिखाई। मगर कई स्थानों पर लोग भीड़ बना कर निकल पड़े, रैलियां करने लगे और सड़कों पर जनता कर्फ़्यू के समर्थन में ताली और थाली बजा-बजा कर जनता कर्फ्यू का बैंड बजा डाला ।

गुजरात में तो गरबा भी खेला गया, इंदौर के राजबाड़ा में सैकड़ो की संख्या में 5 बजते ही रैलियां निकल पड़ी। विडंबना देखिए कि जिस कर्फ्यू का उद्देश्य ही सोशल डिस्टेंस (Social Distancing ) मेंटेन करना हो उसे किस तरह लापरवाही बरतते हुए कई जगहों पर लोग एक साथ जुट गए और खुद के परिवार, शहर और देश को खतरे में डाल दिया। महामारी एक्ट 1897 के उल्लंघन किया गया, और धारा 144 का उल्लंघन किया गया।



इस महामारी के दौरान अफ़वाहों का प्रवाह भी अपनी दिशा में बह रहा है। लोगों ने व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी द्वारा फैलाए गए अफवाह को मार्केट में खूब फैलाया है। किसी ने मुसलमानों पर कोरोना वायरस नहीं होने की बात सांझा कर डाली तो कई ने थालियों की आवाज़ से कोरोना वायरस को ही मार डाला, किसी ने जानवरों को मास्क खिलाया, तो किसी ने शराब और गांजे में ही इसका इलाज ढूंढ डाला। जिस वायरस ने पूरे दुनिया को ख़ौफ़ के गलियारों में धकेल दिया हो, और जिस वक्त सावधानी से आगे बढ़ने और समाज में सकारात्मक जागरूकता लाने की आवश्यकता हो, ऐसे समय पर आधी अधूरी ज्ञान से खुद तो भ्रमित हुए ही साथ में औरों के सोचने-समझने की छमता पर छेद करने लगे।
अभी पूरी दुनिया ही इस वायरस से निपटने का प्रयास कर रही है, सभी विकल्प तलाशे जा रहे हैं। लाखों-करोडों रुपए इसके उपचार के लिए खर्च किए जा रहे हैं। भारत में अभी स्थिति स्टेज-3  पर हैं, और सरकार को कई विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है। ठीक यही होगा कि हम जागरूक नागरिक बन कर अपने कर्त्तव्यों को समझें और इस महामारी से लड़ने के लिए सभी प्रकार की चुनौतियों का सामना डट कर करें। इस वायरस को सिर्फ विज्ञान से मारा जा सकता है। और पढ़े-लिखे अनपढ़ों की असंवेदनशीलता से नही, हमारी जागरूकता, सतर्कता और संवेदनशीलता से ही इसे मारा जा सकता है।

मेरी आप सभी से एक ही गुजारिश है घर से बहार न निकले, लक्ष्मण रेखा न लांघे, सोशल डिस्टन्सिंग बनाए रखे, हम सबको ही लड़ना होगा तब ही हम जीत पाएंगे हमारा देश जीत पाएगा।

आल्सो रीड :-
Tags:- Corona Virus, Covid 19, Fight Against Corona

Post a Comment

0 Comments

© 2019 All Rights Reserved By Prakshal Softnet