Nibandh Lekhan In Hindi
निबंध लेखन हिंदी क्या है?
Nibandh Lekhan Hindi | निबंध लेखन In Hindi आज हम सबसे पहले निबंध के बारे में जानेंगे। आखिर निबंध लेखन है क्या? क्यों स्कूलों में छात्रो को निबंध लिखना सिखाया जाता है? निबंध कैसे लिखते है? निबंध लिखने की क्या विशेषताएँ है? निबंध कितने प्रकार के होते है? निबंध के कौन कौन से अंग होते है?
मै अपने इस लेख Nibandh Lekhan In Hindi के माध्यम से पाठको को बतलाऊँगी की निबंध लिखने की शैली को हम कैसे सुधार सकते है।
हिंदी निबंध लेखन क्या है? Nibandh Lekhan Kya Hai? Nibandh Ka Format
अपने दिमाग में आने वाले विचारो को या भावनाओ को नियंत्रित ढंग से लिखना या यूँ कहे की किसी भी विषय पर लिपिबद्ध रूप से क्रम को ध्यान में रखते हुए भली भाती बंधी हुई रचना, निबंध कहलाती है।
किसी भी निबंध को लिखने के पूर्व छात्र (लेखनकर्ता) को यह जानकारी होना जरूरी है कि निबंध की शुरुआत कैसे हो, मध्यभाग कैसा हो तथा किस प्रकार से निबंध का अंत किया जाए। जिससे लिखा हुआ निबंध सारगर्भित लगे। जहां निबंध में रचनात्मक संगठन होता है, वहीं व्यक्तित्व का प्रकाशन भी होता है, यही कारण है कि निबंध में शैली का स्थान सबसे महत्वपूर्ण होता है।
निबंध लेखन In Hindi के नियम | Hindi Mein Nibandh |
जिस तरह सभी राज्यों की अपनी अलग अलग भाषा होती है उसी तरह उन राज्यों के पाठ्यक्रम में निबंध लेखन की भाषा निश्चित होती है। अच्छे निबंध की एक यह विशेषताए होती है-
निबंध के अंग | Parts Of Hindi Nibandh Lekhan | Nibandh Ka Format
मुख्यतः निबंध के 4 अंग होते है।
4. उपसंहार | Saransh Lekhan | हिंदी निबंध लेखन
उपसंहार में हम सम्पूर्ण निबंध का सार लिखते है। यह निबंध का सबसे अहम् एवं अंतिम भाग होता है। इसे हमे संक्षिप्त रूप में लिखना होता है। उपसंहार में हम सन्देश के माध्यम से पाठक को निबंध का सार समझाते है।
यह पूरी प्रक्रिया निबंध लेखन की है, जिसके माध्यम से छात्र सुव्यवस्थित ढंग से निबंध लिखना सीख सकते है। आशा करती हूं की छात्रों को तथा अन्य पाठकों को यह पद्धति पसंद आएगी एवं इस पद्धति को अपनाकर छात्र किसी भी क्षेत्र में निबंध लिखेंगे तो विशेष रूप से अच्छे अंको का अर्जन करेंगे।
पड़ते रहिये और जानिये कई अनोखी बातें :-
Tags:- Hindi Nibandh, Nibandh Lekhan, Nibandh Lekhan In Hindi, Saransh Lekhan, Nibandh In Hindi, Hindi Mein Nibandh
यह भी पढ़िए :-
हिंदी निबंध लेखन क्या है? Nibandh Lekhan Kya Hai? Nibandh Ka Format
अपने दिमाग में आने वाले विचारो को या भावनाओ को नियंत्रित ढंग से लिखना या यूँ कहे की किसी भी विषय पर लिपिबद्ध रूप से क्रम को ध्यान में रखते हुए भली भाती बंधी हुई रचना, निबंध कहलाती है।स्कूलों में छात्रों को निबंध लेखन हिंदी की शिक्षा | Nibandh Lekhan In Hindi
सामान्यतः शिक्षा के क्षेत्र में निबंध लेखन की महत्वपूर्ण भूमिका है। शिक्षा पद्धति में निबंध एक ऐसी सृजनात्मक विधा है, जो दुनिया की सभी भाषाओ में आधुनिक युग में मिलती है। निबंध लेखन के माध्यम से छात्र अपने छात्र जीवन से जुड़े व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास कर पता है। निबंध लेखन करने के लिए छात्र विवेचनात्मक, वर्णणात्मक, विश्लेष्णात्मक शैली का प्रयोग करते है।
Also Read :- How To Beat Exam Stress? Top Tips In Hindi
निबंध कैसे लिखे? How To Write Nibandh In Hindi? निबंध लेखन In Hindi
किसी भी निबंध को लिखने के पूर्व छात्र (लेखनकर्ता) को यह जानकारी होना जरूरी है कि निबंध की शुरुआत कैसे हो, मध्यभाग कैसा हो तथा किस प्रकार से निबंध का अंत किया जाए। जिससे लिखा हुआ निबंध सारगर्भित लगे। जहां निबंध में रचनात्मक संगठन होता है, वहीं व्यक्तित्व का प्रकाशन भी होता है, यही कारण है कि निबंध में शैली का स्थान सबसे महत्वपूर्ण होता है।
Read Now :-
निबंध लेखन In Hindi के नियम | Hindi Mein Nibandh |
- सबसे पहले जिस विषय पर निबंध लिख रहे हैं उस पर गहन चिंतन मनन होना चाहिए।
- लेखक को सदैव अपने विषय पर केंद्रित रहकर निबंध लेखन करना चाहिए।
- सुव्यवस्थित क्रम में विचारों को लिखने के लिए रूपरेखा बनाना जरूरी है।
- किसी भी निबंध की रूपरेखा हमेशा संक्षिप्त होनी चाहिए जिससे उसमें सुसम्बंधता एवं कसावटता बनी रहती है।
- निबंध लिखने के लिए शैली हमेशा सरल होनी चाहिए कठिन एवं अलंकारिक भाषा शैली से हमेशा बचना चाहिए।
निबंध लेखन की विशेषताएं | Hindi Nibandh Hindi Mein
जिस तरह सभी राज्यों की अपनी अलग अलग भाषा होती है उसी तरह उन राज्यों के पाठ्यक्रम में निबंध लेखन की भाषा निश्चित होती है। अच्छे निबंध की एक यह विशेषताए होती है-
- #1. निबंध में संक्षिप्तता होती है।
- #2. शब्दों की पुनरावृत्ति नहीं होती है।
- #3. निबंध एकसूत्र में बंधे होते है।
- #4. वाक्यों को तर्कपूर्ण ढंग से लिखा जाता है।
- #1. वर्णनात्मक निबंध
- #2. भावनात्मक निबंध
- #3. विचारात्मक निबंध
- #1. वर्णनात्मक
- #2. भावनात्मक
- #3. विचारात्मक
- #4. आत्मपरक
- #5. व्यंग्यात्मक
#1. वर्णात्मक निबंध हिंदी | Varnatmak Nibandh Lekhan In Hindi
निबंध का लेखन करते समय किसी भी वस्तु, घटना का आँखों देखा वर्णन अथवा परोक्ष वर्णन इस तरह हो की घटना एकदम यथार्थ लगे। वर्णन की भाषा शैली सरल होनी चाहिए। किसी भी त्योहारों पर लिखे गए निबंध उदाहरण के लिए होली, दीपावली, ईद, रक्षाबंधन, दशहरा, मुहर्रम आदि सभी वर्णात्मक निबंध कहलाते है।#2. भावनात्मक निबंध | Bhavnatmat Nibandh Hindi Mein
भावनात्मक निबंध में भावना की प्रधानता होती है। इसमें लेखन कर्ता स्वयं भावना के रस में डूबकर पाठक को भी भाव विभोर कर देता है। भावनात्मक निबंध के अंतर्गत मेरे सपनो का भारत, मेरा विद्यालय, बुढ़ापा, बरसात का पहला दिन आदि सभी भावनात्मक निबंध कहलाते है।#3. विचारात्मक निबंध | Vicharatmak Nibandh In Hindi
इस तरह के निबंध में गहन विचार की आवस्यकता होती है क्योकि विचारात्मक निबंध लिखना प्रायः बहुत ही कठिन होता है। इस तरह के निबंध में हृदय की प्रधानता होती है, इसीलिए लेखक हृदय की गहराइयों तक डूबकर निबंध की रचना करता है। लेकिन हृदय की भावना के साथ-साथ इसमें मस्तिष्क की भी अहम् भूमिका होती है। विधवा विवाह, अहिंसा परमो धर्म, बाल विवाह, सती प्रथा आदि जैसे निबंध विचारात्मक निबंध के अंतर्गत आते है।
अभी पड़ने के लिए क्लिक करें :-
#4. आत्मपरक निबंध | Hindi Mein Nibandh
आत्मपरक निबंध को मुख्यतः ललित निबंध भी कहा जाता है। आत्मपरक निबंध अटपटे शीर्षक लिए होता है। इसमें लेखक के सम्पूर्ण व्यक्तित्व का बहुत ही प्रभावी एवं स्पष्ट वर्णन किया जाता है।#5. व्यंग्यात्मक निबंध | Vyangatmat Nibandh Lekhan
इस तरह के निबंध में हँसी-ठिठोली, प्रपंच एवं मनोरंजन से परिपूर्ण रचना होती है। इनमे व्यंग को कसौटी पर रखकर परोक्ष रूप से जनमानस को सम्बोधित किया जाता है।
निबंध के अंग | Parts Of Hindi Nibandh Lekhan | Nibandh Ka Format
मुख्यतः निबंध के 4 अंग होते है। - शीर्षक
- प्रस्तस्वना
- विषय का विस्तार
- उपसंहार
1 . शीर्षक | Title For Nibandh Lekhan In Hindi
निबंध को रोचक बनाने के लिए शीर्षक का आकर्षक होना बहुत ही जरुरी है। जिससे निबंध को पढ़ने में पाठक को उत्सुकता एवं जागरूकता दोनों ही बढ़ेगी। किसी भी निबंध में शीर्षक ही लेखक को ख्याति दिलाने में सहायक होता है। शीर्षक जितना मजबूत होगा उतना ही पाठक का आकर्षण भी उसकी ओर मजबूत होगा।2. प्रस्तावना | Introduction Of Nibandh Lekhan Hindi
जिस तरह किसी मकान को बनाने में नीव की आवश्यकता होती है। उसी तरह प्रस्तावना भी निबंध की नीव (आवस्यकता) है। प्रस्तावना अत्यंत संक्षिप्त होती है, परन्तु उस संक्षिप्तता में ही सम्पूर्ण निबंध का सार गर्भित होता है। निबंध में सबसे पहले श्लोक या सूक्ति का प्रयोग करना निबंध की सुंदरता में चार चाँद लगा देता है। प्रस्तावना का सम्बन्ध हमेशा सीधे शीर्षक से जुड़े होना जरुरी है। छात्रों को इस पद्धति में निबंध का लेखन करने से अच्छे अंको की प्राप्ति होगी।3. विषय का विस्तार | Nibandh Lekhan Kya Hai
इसमें हम विषय विस्तार को तीन से चार भागो में अनुछेद के रूप में लिखते है। प्रत्येक पेरेग्राफ अपने आप में शीर्षक को ध्यान में रखकर लिखा जाता है। इस श्रेणी में लेखक सारी बाते विस्तार से लिख सकता है। हमें यह ध्यान रखना चाहिए की निबंध लेखन करते समय किसी भी शब्द की पुनरावृत्ति न हो। यह निबंध लेखन की श्रेष्ठता को ख़राब करता है।
4. उपसंहार | Saransh Lekhan | हिंदी निबंध लेखन
उपसंहार में हम सम्पूर्ण निबंध का सार लिखते है। यह निबंध का सबसे अहम् एवं अंतिम भाग होता है। इसे हमे संक्षिप्त रूप में लिखना होता है। उपसंहार में हम सन्देश के माध्यम से पाठक को निबंध का सार समझाते है।यह पूरी प्रक्रिया निबंध लेखन की है, जिसके माध्यम से छात्र सुव्यवस्थित ढंग से निबंध लिखना सीख सकते है। आशा करती हूं की छात्रों को तथा अन्य पाठकों को यह पद्धति पसंद आएगी एवं इस पद्धति को अपनाकर छात्र किसी भी क्षेत्र में निबंध लिखेंगे तो विशेष रूप से अच्छे अंको का अर्जन करेंगे।
पड़ते रहिये और जानिये कई अनोखी बातें :-
- Khud Ko Kaise Badle | खुद को कैसे बदलें
- How to Teach Good Habits To Your Child In Hindi?
- Indian Culture And Heritage | भारतीय संस्कृति और विरासत
- Khatu Shyam Ji | खाटू श्याम की कहानी भाग – 1
- Shree Khatu Shyam Ji | खाटू श्याम की कहानी भाग – 2
0 Comments